Home Blog Page 15

प्रेग्नेंट है या नहीं इस बात से हैं परेशान? तो घर में इन घरेलू नुस्खों से करें प्रेग्नेंसी टेस्ट

0
Pregnancy Test Kit
Pregnancy Test Kit

पीरियड्स मिस होने के बाद कई महिलाओं को प्रेग्नेंट होने की आशंका होती है। इसकी पुष्टि के लिए या तो वे डॉक्टर के पास जाती हैं या फिर बाजार से प्रेग्नेंसी किट मंगवाकर उसका टेस्ट करती हैं। लेकिन कुछ परिस्थिति के कारण जब प्रेंग्नेंसी जांच करने में असमर्थ होती हैं, तो बहुत ही स्ट्रेस झेलना पड़ता है। आपकी इसी स्थिति को आज हम कम करने आए हैं। 

हम आपको कुछ ऐसे घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं, जिससे आप घर में ही बिना किसी किट की मदद से प्रेग्नेंसी जांच कर सकती हैं। आइए जानते हैं उन घरेलू उपाय के बारे में-

ब्लीच से करें प्रेग्नेंसी टेस्ट

घर में ब्लीच की मदद से आप प्रेग्नेंसी टेस्ट कर सकती हैं। इसके लिए एक बर्तन में थोड़ा सा ब्लीच लें। इसमें यूरीन की कुछ बूंदे डालें। अगर यूरिन डालने के बाद आपको कुछ बुलबुले नजर आते हैं, तो समझ लीजिए आप प्रेग्नेंट हो सकती हैं। 

ये भी पढ़ें – पहली बार बने हैं पिता तो पत्नी का दें साथ, अपनाएं ये 5 पेरेंटिंग टिप्स

चीनी से टेस्ट

चीनी के इस्तेमाल से भी प्रेग्नेंसी जांच की जा सकती है। इसके लिए आप एक डिस्पोजल में आधा चम्मच चीनी लें। इसमें अपने यूरिन की कुछ बूंदें डालें। अगर चीनी आपस में चिपकने लगे, तो ये गर्भ के लक्षण हो सकते हैं। अगर चीनी यूरीन में अच्छी तरह से घुल जाती है, तो आप प्रेग्नेंट नहीं हैं। 

साबुन से करें टेस्ट

साबुन से टेस्ट करने के लिए एक नहाने वाले साबुन का बार लें। इसे एक बर्तन में रखें। इसमें यूरिन मिलाएं। अगर इसपर बुलबुले बनने लगते हैं, तो समझ लें कि आपका प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव हो सकता है। 

डेटॉल से टेस्ट

डेटॉल से टेस्ट करने के लिए एक कांच का गिलास लें। इसमें डेटॉल और यूरिन की बराबर मात्रा लें। अगर डेटॉल और यूरिन आपस में घुल जाता है, तो आप प्रेग्नेंट नहीं हैं। लेकिन अगर यूरिन ऊपर परत बनाकर तैरने लगता है, तो आप प्रेग्नेंट हो सकती हैं। 

ये भी पढ़ें – पीरियड्स के दर्द और मूड स्विंग्स से हैं परेशान, तो करें ये 5 बेस्‍ट वर्कआउट

टूथपेस्ट टेस्ट

टूथपेस्ट से प्रेग्नेंसी चेक करने के लिए सफे टूथपेस्ट लें। इसमें यूरिन सैंपल मिलाकर आप प्रेग्नेंसी टेस्ट आसानी से कर सकती हैं। अगर टूथपेस्ट में यूरिन मिलाने से टूथपेस्ट का रंग नीला हो जाता है, तो आप प्रेग्नेंट हो सकती हैं। 

कांच का गिलास

कांच के गिलास से भी प्रेग्नेंसी चेक की जा सकती है। अगर आप कांच के गिलास में अपना यूरिन रखती हैं, तो कुछ देर बाद इसमें आपको सफेद परत दिखने लगे, तो हो सकता है आप प्रेग्नेंट हों।

विनेगर

विनेगर में यूरिन मिलाकर प्रेग्नेंसी टेस्ट किया जा सकता है। अगर विनेगर में आप पेशाब डालती हैं और उसके रंग में आपको कुछ बदलाव नजर आने लगता है, तो समझ जाएं आप गर्भवती हैं। 

Read More Articles on Home Remedies in Hindi

देश और दुनिया से जुड़ी Health Tips की ताज़ा खबरों के लिए यहाँ क्लिक करें. YouTube Channel यहाँ सब्सक्राइब करें। सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Page लाइक करें, Twitter और Instagram पर फॉलो करें।

Mother’s Day 2020: जानें कब और क्यों मनाते हैं मदर्स डे, इस तरह ख्याल रखकर अपनी मां को दें स्वस्थ सेहत का गिफ्ट

0
HappyMothers Day 2020
HappyMothers Day 2020

Mother’s Day 2020: हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे साल 2020 (Mother’s Day 2020) मनाया जाता है। इस साल 10 मई को यह दिवस सेलेब्रेट किया जाएगा।

पिछले साल मदर्स डे 12 मई को गया था। मदर्स डे की शुरुआत कैसे हुई इसे लेकर कई विशेषज्ञों में मतभेद है। इस वजह से कई देशों में अलग-अलग तारीख को मदर्स डे (Mother’s Day) मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य बच्चों में मां के प्रति भावना और फर्ज को जागरूक करना है। इस मौके पर कई बच्चे अपनी मां को गिफ्ट देते हैं और कई बच्चे ऐसे हैं, जो अपनी मां के लिए पंक्तियां लिखते हैं।

सभी बच्चों का मदर्स डे मनाने का तरीका काफी अलग होता है। अब आपके मन में सवाल उठ रहे होंगे कि आखिर मदर्स डे की शुरुआत कब और कैसे हुई। आपके इसी सवालों का जवाब आज हम आपको देने जा रहे हैं।

मदर्स डे क्यों मनाते हैं? ( Why Mother’s Day Is Celebrated)

दुनियाभर में मदर्स डे की तारीख को लेकर काफी मतभेद है। बोलीविया देश में मदर्स डे 27 मई को मनाया जाता है। यहां 27 मई को मदर्स डे मनाने का कारण 1812 की क्रांति है। इस दौरान स्पेन की सेना ने बॉलीविन की महिलाओं की नृसंश हत्या कर दी थी। ये महिलाएं अपने देश की आजादी के लिए इन सेनाओं से लड़ रही थीं। उन्हीं महिलाओं के सम्मान में 27 मई को यहां  ‘मदर्स डे’  मनाया जाता है।

ये भी पढ़ें – पहली बार बने हैं पिता तो पत्नी का दें साथ, अपनाएं ये 5 पेरेंटिंग टिप्स

वहीं, ग्रीस के हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे (Mother’s Day) मनाया जाता है। ग्रीस की तरह भारत भी हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे सेलेब्रेट करता है।

कब से मनाया जाता है मदर्स डे (When Mother’s Day Is Celebrated)

अमेरिका द्वारा 1912 से मदर्स डे (Mother’s Day) की शुरुआत की गई। इतिहासकारों के अनुसार, एना जार्विस नाम की एक अमेरिकी कर्मचारी थी, जो अपनी मां से बहुत ज्यादा प्यार करती थी।

अपनी मां के कारण उसने कभी ना शादी करने का निर्णय लिया। मां की मौत के बाद से उसने अपना प्यार जताने के लिए इस दिन की शुरुआत की। जिसके बाद से पूरी दुनिया में 10 मई को मदर्स डे (Mother’s Day) मनाया जाने लगा।

इस तरह अपनी मां का रखें ख्याल

मां अपने बच्चों का ख्याल रखते-रखते अपना ध्यान रखना भूल जाती हैं। इस वजह से अधिकतर महिलाएं बीमार पड़ने लगती हैं। ऐसे वक्त में आपका फर्ज बनता है कि आप अपनी मां का ख्याल रखें और अपना कर्तव्य पूरा करें।

मदर्स डे पर महंगे-महंगे गिफ्ट देने से अच्छा है आप उनकों स्नेह दें। उनका ख्याल रखें और एक स्वस्थ सेहत का गिफ्ट देने की कोशिश करें। चलिए जानते हैं कैसे आप अपनी मां का रख सकते हैं ख्याल-

रोजाना कराएं एक्सरसाइज

इस दौरान लॉकडाउन चल रहा है, ऐसे में आप घर से बाहर नहीं निकल पा रहे होंगे। इसलिए कोशिश करें कि आप अपनी मां के साथ एक्सरसाइज करें। यह एक ऐसा समय है, जब आप अपनी मां का ख्याल बहुत ही अच्छे तरीके से रख सकते हैं। क्योंकि इस समय आपके पास उन्हें देने के लिए भरपूर टाइम है।

घर में उनके साथ ऑनलाइन वर्कआउट वीडियो देखकर उन्हें एक्सरसाइज करना सिखाएं। इसके अलावा आप उन्हें भी कुछ ऐसे ऐप्स के बारे में बता सकती हैं, जिससे आप जब ना हों तो वे खुद उन ऐप की मदद से एक्सरसाइज कर सकें।

बनें उनकी दोस्त

कोरोना वायरस के वायरस के कारण इस दौरान अधिक उम्र के लोग हाई रिस्क पर हैं। ऐसे में उनके मन में डर बसा होना स्वभाविक है। इसलिए कोशिश करें कि आप अपनी मां के पास बैठें और उनसे बात करें।

ये भी पढ़ें – पीरियड्स के दर्द और मूड स्विंग्स से हैं परेशान, तो करें ये 5 बेस्‍ट वर्कआउट

उन्हें जानने और समझने की कोशिश करें कि वे इस हालात में क्या सोच रही हैं। अगर वे वायरस की वजह से घबरा रही हैं, तो एक दोस्त की तरह आप उन्हें थेरेपी दें। उनका हौसला बढ़ाने की कोशिश कें और उनके मन से डर को कम करें।

रेगुलर कराएं हेल्थ चेकअप

उम्र बढ़ने के साथ-साथ कई बीमारियां भी बढ़ती हैं। ऐसे में आपकी लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है। आप अपनी मां के साथ रहते हैं, तो समय-समय पर उनका हेल्थ चेकअप कराएं। ताकि किसी भी समस्या की जानकारी आपको समय रहते हो जाए। अगर आप बार-बार डॉक्टर के पास नहीं जाना चाहते हैं, तो उनके लिए हेल्थकेयर डिवाइस भी खरीद सकते हैं।

ये डिवाइस उनकी हेल्थ का ध्यान रखने में आपकी मदद करता है। आप जब उनसे दूर रहेंगे, तो ऐसे वक्त में भी ये डिवाइस आपकी मदद करेगा।

घर पर सैलून

लॉकडाउन की वजह से अभी सारे सैलून बंद हैं। ऐसे में आप घर पर ही अपनी मां का पेडिक्योर या मेनिक्योर कर सकती हैं। ऐसे करने से उनको स्पेशल फील होगा।

सैलून की ऐसी कई किट मार्केट में उपलब्ध हैं जिनका उपयोग आप घर पर कर सकते हैं। इसके अलावा आप उनके लिए फेसमास्क, हेयरमास्क, पैक इत्यादि चीजें तैयार करें और उन्हें लगाएं। मदर्स डे सेलेब्रेट करने का इससे अच्छा तरीका कुछ और नहीं हो सकता है। इससे आपकी मां रिलेक्स भी फील करेगी और उनको बहुत ही अच्छा लगेगा।

सावधान! जोड़ों में दर्द बढ़ा सकते हैं ये टेस्टी फूड्स, आज ही बना लें दूरी

0
Joint Pain
Joint Pain

अर्थराइटिस के कारण मरीजों को जोड़ों में असहनीय दर्द होता है। अर्थराइटिस को साधारण बोलचाल की गठिया और जोड़ों का दर्द भी कहते हैं। इसके कारण हड्डियों के जोड़ों में काफी दर्द होता है। अर्थराइटिस का दर्द उंगलियों के ज्वॉइंट्स से लेकर घुटनों के जोड़ों में हो सकता है। 

अर्थराइटिस के कारण

  • एक्सरसाइज ना करना। 
  • शारीरिक श्रम की कमी। 
  • घटों एक की जगह पर बैठे रहना।
  • मीठे पेय पदार्थों का अधिक सेवन करना।
  • नशा और धूम्रपान अधिक करना।
  • मोटापा अधिक बढ़ना।
  • जॉइंट के सॉफ्ट टिश्यूज में गहरी चोट लगना और समय पर इलाज ना कराना।

गठिया के मरीज खाने की इन चीजों से रहें दूर

शुगर का सेवन 

अर्थराइटिस की समस्या से पीड़ित लोगों को अधिक मीठे का सेवन नहीं करना चाहिए। स्वीट फॉर्म में हो या फिर लिक्विड फॉर्म में किसी भी रूप में शुगर का सेवन ना करें। मीठा अधिक खाने से शरीर में सूजन की समस्या बढ़ती है। जिससे कारण अर्थराइटिस में अधिक दर्द होता है। इसलिए  कैंडी, लॉकलेट्स,  सॉफ्ट ड्रिंक्स और सोडा जैसी चीजों के सेवन से दूर रहें।

डेयरी प्रॉडक्ट्स 

डेयरी प्रॉडक्ट्स सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है। शरीर में प्रोटीन की कमी से कई समस्याएं होने लगती हैं, लेकिन अर्थराइटिस के मरीज को डेयरी प्रॉडक्ट्स का सेवन करने के लिए मना किया जाता है। क्योंकि डेयरी प्रॉडक्ट्स में कुछ ऐसे प्रोटीन पाए जाते हैं, तो अर्थराइटिस की समस्या को बढ़ा सकते हैं। 

कई ऑर्थोपेडिक रिसर्च में इस बात की पुष्टि की गई है कि डेयरी प्रॉडक्ट्स का सेवन अर्थराइटिस के मरीजों को नहीं करना चाहिए, इससे दर्द की समस्या काफी बढ़ सकती है। मरीजों को सुझाव दिया जाता है कि वे दही, दूध,  छाछ और अंडे जैसी हाई प्रोटीन चीजों से दूर रहें।

ये भी पढ़ें – गर्मियों में वजन कम करना है आसान, डाइट में शामिल करें ये सीजनल फूड्स

साधारण नमक 

नमक के बिना खाना अधूरा है, लेकिन अर्थराइटिस के मरीजों के लिए साधारण नमक घातक साबित होता है। ऐसे में इन मरीजों को पिंक नमक या काला नमक का सेवन करना चाहिए। इससे सेहत को लाभ भी काफी होता है। 

अर्थराइटिस के मरीजों को फास्ट फूड्स से दूरी बना लेनी चाहिए। क्योंकि फास्ट फूड में साधारण नमक अधिक होता है। जो ना केवल अर्थराइटिस की परेशानी को बढ़ाता है, बल्कि इससे रुटीन हेल्थ को भी काफी नुकसान पहुंचता है।

सैचुरेटेड फैट से बचें

मैदा और बटर की चीजों से अर्थराइटिस के मरीजों को दूर रहना चाहिए। क्योंकि इसके सेवन से सूजन की समस्या बढ़ती है। खासतौर पर फास्ट फूड जैसे- बर्गर, पिज्जा, चीज, पाव इत्यादि चीजों का सेवन बिलकुल ना करें। अर्थराइटिक के मरीजों के लिए ये जहर के समान होता है। 

नशा और स्मोकिंग

अगर आप अर्थराइटिस के मरीज हैं, तो शराब और स्मोकिंग करना छोड़ दें। स्मोकिंग करने से अर्थराइटिस की समस्या काफी बढ़ती है। 

एल्कोहॉल के सेवन से अर्थराइटिस के मरीजों को दर्द अधिक झेलना पड़ता है। उन्हें शराब से Gout की समस्या हो सकती है। यह अर्थराइटिस का एक प्रकार है, जो सामान्य से अधिक खतरनाक होता है।

ये भी पढ़ें – मसल टेंशन को करना है दूर, करें ये सिंपल से 3 स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज

ग्लूटन के कारण दर्द

बहुत से ऐसे अर्थराइटिस के मरीज होते हैं, जिन्हें ग्लूटन से एलर्जी होती है। अगर आपको ग्लूटन से एलर्जी है, तो गेंहू की रोटी, ब्रेड और चीज खाना छोड़ दें। इसके बदले आप आप मल्टीग्रेन आटे का सेवन कर सकते हैं। डॉक्टर के सुझाए गए अपने डायट को बदलें। 

फ्रैंच फ्राइज

फ्रैंच फ्राइज अधिकतर लोगों को बहुत ही पसंद होता है। लेकिन अर्थराइटिस के मरीजों को इस टेस्टी फूड से दूरी बना लेनी चाहिए। क्योंकि इसे वेजिटेबल ऑयल से तैयार किया जाता है, जिसमें ओमेगा-6 फैटी एसिड होता है।

इसके अलावा ये कार्बोहाइड्रेट और सोडियम से भरपूर होता है, जो शरीर में सूजन बढ़ाने का काम करती है। इससे जोड़ों में दर्द काफी बढ़ता है।

ठंडी चीजें 

बुखार या कफ-कोल्ड में ठंडी चीजों का सेवन शरीर में दर्द बढ़ा सकता है। आर्थराइटिस के मरीजों को भी ठंडी चीजों का सेवन करने के लिए मना किया जाता है। इससे दर्द काफी बढ़ने की संभावना होती है। 

चीन ने तैयार की कोरोना वायरस की वैक्सीन, बंदरों पर प्रयोग में आए चौंकाने वाले नतीजे

0
covid-19 vaccine
covid-19 vaccine

कोरोना वायरस (Coronavirus) के संकट से पूरी दुनिया जूझ रही है। दुनिया के अधिकतर देश कोरोना की वैक्सीन को तैयार करने में जुटे हुए हैं। विश्वभर में मरने वालों की संख्या ढाई लाख पार कर चुकी है। वहीं, संक्रमित लोगों की संख्या 37 लाख पहुंच चुकी है। इस स्थिति में वैक्सीन को तैयार करने का काम तेजी से चल रहा है। इस बीच चीन से एक राहत की खबर सामने आई है कि चीन में बनाई गई कोरोना वायरस की वैक्सीन बंदरों पर प्रभावित साबित हुई है।

इस वैक्सीन को पेइचिंग स्थित सिनोवैक बायोटेक कंपनी ने तैयार किया है, जिसका नाम है पाइकोवैक। शरीर में जाते ही ये वैक्सीन इम्यूनिटी सिस्टम को एंटीबॉडी बनाने पर जोर देती है और एंटीबॉडी, वायरस को खत्म करने में लग जाती है।

स्टडी में इस वैक्सीन के शोधकर्ताओं ने रीसस मैकाक्स प्रजाति के बंदरों को ये वैक्सीन लगाई। इसके बाद करीब तीन सप्ताह बाद इन बंदरों को नोवल कोरोना वायरस (Novel Coronavirus) से ग्रसित करवाया। एक सप्ताह बाद जांच किया गया कि जिन बंदरों को वैक्सीन भारी संख्या में लगाई गई थी, उनके फेफड़ों में वायरस नहीं था। इसका अर्थ यह है कि वैक्सीन बंदरों के लिए असरदार और कामयाब है।

ये भी पढ़ें – संक्रमित पुरुषों के सीमेन में मिला कोविड 19 वायरस, तो अब क्या सेक्स करने से भी फैल सकता है कोरोना?

वहीं, जिन बंदरों को पाइकोवैक वैक्सीन नहीं दिया गया था, वे कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। इन बंदरों को निमोनिया गंभीर रूप से हो गया है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, अब यह वैक्सीन इंसानों पर भी टेस्ट किया जाएगा।

एक अन्य वैक्सीन से भी जगी है आशा

पाइकोवैक ही एकमात्र ऐसा वैक्सीन नहीं है, जो दुनियाभर कोरोना वायरस की महामारी को समाप्त करने की आशा बांधती है। बल्कि चीनी सैन्य संस्थान द्वारा एक अन्य वैक्सीन तैयार किया गया है, जिसका इंसानों पर परीक्षण किया जा रहा है। इस वैक्सीन को सिनोफर्म कंपनी ने तैयार किया है। इसमें भी पाइकोवैक के समान ही विधि का उपयोग किया गया है, नैदानिक परीक्षणों के दूसरे चरण में प्रवेश कर गया है।

ये भी पढ़ें – कोरोना का नया लक्षण है कोविड-डोज, शरीर के इस हिस्से को कर रहा खराब

वैक्सीन तैयार करने का डगर थोड़ा है मुश्किल

बता दें कि इस वैक्सीन को तैयार करने की डगर थोड़ा मुश्किलों से भरा हुआ है। चाइना आने वाले समय में भले ही इस वैक्सीन को तैयार कर लेगा, लेकिन वैक्सीन टेस्ट के लिए स्वयंसेवकों को ढूंढना काफी मुश्किल हो सकता है, क्योंकि चीन में इस समय कोरोना वायरस के रोगियों की संख्या बहुत ही कम हो चुकी है। ऐसी ही स्थिति 2003 में (SARS) सार्स की वैक्सीन को तैयार करने में हुई थी। 

संक्रमित पुरुषों के सीमेन में मिला कोविड 19 वायरस, तो अब क्या सेक्स करने से भी फैल सकता है कोरोना?

0
corona virus found in mens semen
corona virus found in mens semen

कोरोना वायरस को लेकर हर रोज कोई ना कोई नया शोध सामने आ रहा है। इसी को लेकर एक और नया शोध सामने आया है। यह शोध बहुत ही हैरान करने वाला है। चीन के वैज्ञानिकों ने कोरोना संक्रमित पुरुषों के वीर्य (सीमेन) में कोरोनो वायरस होने का पता लगाया है। फिलहाल इस बात की पुष्टि नहीं की गई है कि सेक्स से वायरस ट्रांसमिशन हो सकता है है या नहीं।

समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, चीनी वैज्ञानिकों ने इस बारे में कहा है कि अभी इस बात की पुष्टि करने के लिए रिसर्च की जरूरत है कि क्या सेक्सुअली ट्रांसमिटेड से वायरस फैल सकता है या नहीं?

चाइना के एक अस्पताल में कोविड 19 के मरीजों पर रिसर्च किया गया है। इस रिसर्च का परिणाम गुरुवार को सामने आया, जो जेएएमए नेटवर्क ओपन मेडिकल जर्नल में प्रकाशित किया गया है।

ये भी पढ़ें – कैंसर की कैसे होती है शुरुआत, जानें इसके 4 प्रमुख लक्षण

इस रिसर्च में बताया गया है कि कोविड 19 (COVID-19) संक्रमित व्यक्ति के  श्वसन की बूंदों या उसके संपर्क में आने से फैलता है। अब यह वायरस मरीज के मल, लार और मूत्र में भी पाया गया है।

चीन के हेनान प्रांत के शांगकिउ म्यूनिसिपल हॉस्पिटल के शोधकर्ताओं ने  यह रिसर्च किया है। उन्होंने अपने अध्ययन को पूरा करने के लिए 15 से 50 वर्ष की आयु वर्ग के 38 कोरोना से संक्रमित मरीजों को शामिल किया। इस अध्ययन में उन्होंने इन मरीजों के  वीर्य का परीक्षण किया।

इस रिसर्च में हैरान करने वाली बात ये है कि इन मरीजों में से छह मरीजों के वीर्य में कोरोना वायरस का जेनेटिक मैटेरियल मिला। इन मरीजों में से चार मरीज गंभीर थे। वहीं, दो मरीज स्वस्थ होने की स्थिति में थे।

ये भी पढ़ें – संक्रमित पुरुषों के सीमेन में मिला कोविड 19 वायरस, तो अब क्या सेक्स करने से भी फैल सकता है कोरोना?

शोधकर्ताओं ने कहा है इस रिसर्च के बारे में कहा कि यह अध्ययन छोटे स्तर पर किया गया है। इसे पूरी तरह से प्रमाणित करने के लिए बड़े स्तर पर शोध की आवश्यकता है। आगे शोध से यह पता लगाया जा सकता है कि सेक्स करने से कोरोना वायरस फैलेगा या नहीं।

शोधकर्ताओं ने कहा कि भविष्य के होने वाले अध्ययनों से इस बात की पुष्टि की जा सकती है कि कोरोना वायरस यौन संचारित हो सकता है या नहीं। इसके साथ ही इससे संक्रमण की रोकथाम के लिए भी उपाय मिल सकते हैं। फिलहाल इस बीमारी को बढ़ने से रोकने के लिए सावधानी और संयम बर्तें। सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल जरूर करें, ताकि इस संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।

पहली बार बने हैं पिता तो पत्नी का दें साथ, अपनाएं ये 5 पेरेंटिंग टिप्स

0
Best Parenting Tips in Hindi
Best Parenting Tips in Hindi

पहली बार किसी बच्चे का पिता बनने का एहसास आपके चेहरे पर मुस्कान लाती है। उसे अपनी गोद में रखना और उसकी छोटी-छोटी उंगलियों के साथ खेलना आपको एक अलग अनुभव और एहसास देता है। अपने बच्चे के साथ खेलने का मन हर मां-पाप को करता है। शायद ही कोई ऐसा पिता होगा, जिसे पापा बनने का एहसास ना हो।

पापा बनने की खुशी हर किसी के जीवन में सबसे बड़ी ख़ुशियों में से एक होता है। लेकिन इस खुशी के साथ ही हमारे जीवन में कई बदलाव होने लगते हैं। पत्नी का नियमित रूप से चेकअप कराना, घर के काम में उसका हाथ बंटाना जैसे काम आपकी दिनचर्या में शामिल हो जाते हैं। पापा बनने के बाद आपकी जिम्मेदारियां भी बहुत बढ़ जाती हैं। इस दौरान अपने परिवार और बच्चे को ज्यादा समय देना बहुत ही जरूरी हो जाता है। अगर आप पहली बार पापा बनेे हैं, तो कुछ प्लानिंग के साथ इसका पेरेंटिंग लुत्फ उठाएं। साथ ही एक सर्वश्रेष्ठ पिता बनने की भी कोशिश करें।

समय प्रबंधन

अपने बच्चों की परवरिश के लिए समय का प्रबंधन बहुत ही जरूरी होता है। मां के साथ-साथ पिता की भी जिम्मेदारी होती है कि वे अपने बिजी लाइफ से बच्चे को कुछ समय दें। बच्चे की देखभाल के लिए पिता को कुछ दिनों की छुट्टी लेनी चाहिए। बहुत सी ऐसी कंपनियां हैं, जिसमें मेटरनिटी लीव के साथ-साथ पेटरनिटी लीव भी होती है।

ये भी पढ़ें – पीरियड्स के दर्द और मूड स्विंग्स से हैं परेशान, तो करें ये 5 बेस्‍ट वर्कआउट

पत्नी की देखभाल 

शिशु के जन्म के बाद मां काफी कमजोर हो जाती है। ऐसे में एक पति की जिम्मेदारी होती है कि वे अपने बच्चे के साथ-साथ अपनी पत्नी का भी ख्याल रखें। इस दौरान एक पुरुष की दोहरी जिम्मेदारी होती है। अपनी पत्नी को स्वस्थ होने में उनका पूरा सहयोग करें, ताकि वे जल्द से जल्द ठीक हो सके। आपके हाथ की एक कप चाय भी पत्नी को एक अलग अनुभूति देती है। इसलिए इस दौरान जिम्मेदार बनने की कोशिश करें। इससे आपके रिश्ते में मिठास आएगी।

वित्तीय योजना बनाएं

बच्चे के जन्म के दौरान वित्तीय योजनाओं का ख्याल रखना बहुत ही जरूरी होता है। जाहिर सी बात है कि एक बच्चे के जन्म लेने से आपका परिवार काफी बढ़ गया है। ऐसे में जरूरत है कि आप बच्चे को जन्म देने से पहले वित्तीय योजना बना लें। खुद को आर्थिक सुदृढ़ता रखना बहुत जरूरी है। बच्चे के स्कूल से लेकर कॉलेज शिक्षा के खर्चे को देखते हुए आप स्मार्ट पेरेंट बनिए।

पहले से ही इन सभी चीजों की तैयारी कर लें कि बच्चे के जन्म के बाद आप उसका पालन पोषण किस तरह से करेंगे। अगर आप बच्चों की पढ़ाई के लिए कहीं निवेश कर रहे हैं, तो इस बात को ध्यान में रखकर करें कि वहां से आपको कहीं कोई परेशानी ना हो।

बनाएं सपोर्ट ग्रुप

अगर आप पहली बार पिता बन रहे हैं और इस बात को लेकर चिंतित हैं कि आप उसकी देखभाल कैसे करेंगे, तो ऐसी स्थिति में ऐसे लोगों का ग्रुप बनाएं जिन्हें पेरेंट्स बनने का अनुभव रह चुका हो। सफल माता-पिता बनने के लिए लोगों से सलाह लेना बहुत ही जरूरी होता है।

ये भी पढ़ें – आपकी इन 9 आदतों की वजह से बढ़ता है मोटापा, जल्द ही करें बदलाव

उन ग्रुप्स से आप जान सकेंगे कि उन्होंने अपने बच्चों का पालन-पोषण किस तरह से किया। इसके लिए आप अपने माता-पिता, दोस्त, भाई-बहन किसी से भी सलाह ले सकते हैं।

सीखें पेरेंटिंग स्किल्स 

आपकी पत्नी से एक बच्चे को 9 महीने पेट में रखा है, इसका ये मतलब बिलकुल नहीं होता कि वे बच्चे को अकेले अच्छे से संभाल सकती हैं। बेबी केयर की जिम्मेदारी सिर्फ पत्नियों की नहीं होती है, ये बात समझने की कोशिश करें।

पुरुष को भी अपने बच्चे के लिए पेरेंटिंग स्किल्स को डेबलेप करना चाहिए। बच्चे रोएं, तो उसे समझने की कोशिश करें कि आखिर वे क्यों रो रहे हैं। कब उसे भूख लगती है, कब वो जागता है। इन सभी बातों का ख्याल आपको भी रखना चाहिए। इससे आप एक सफल पिता बन सकेंगे।

कोरोना का नया लक्षण है कोविड-डोज, शरीर के इस हिस्से को कर रहा खराब

0
covid 19 symptoms in Hindi
covid 19 symptoms in Hindi

कोरोना वायरस की चर्चाएं इन दिनों जोरों पर हैं। हाल ही में कोरोना के कई नए लक्षण सामने आए हैं। अब सैन फ्रेंसिस्को की स्किन स्पेशलिस्ट डॉ. लिंडी फॉक्स ने भी कोरोना वायरस के नए लक्षणों का जिक्र किया है। उन्होंने कहा है कि उनके पास साल में साल में सिर्फ 4 से 5 ऐसे मरीज आते थे, जिन्हें सर्दियों की वजह से पैरों और हाथों की उंगलियां सूजन हो जाता था। इसके साथ ही इन्हें सिर दर्द की शिकायत होती थी। लेकिन पिछले कुछ सप्ताह से उनके पास दर्जनों ऐसे केस आ चुके हैं। 

उंगलियों में सूजन और दर्द

फॉक्स ने कहा उनके पास अचानक ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ी हैं, जिनके पैरों की उंगलियों में सूजन और दर्द की शिकायत होने लगी है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सप्ताह में ऐसे मरीजों से हमारा क्लिनिक भरा रहता है। इन मरीजों में ऐसे लोग भी हैं, जिन्हें पहले कभी भी पैरों की उंगलियों में सूजन नहीं हुआ। 

डॉ. फॉक्स ने कहा इस बारे में कहा कि ऐसी समस्याएं इस सीजन में देखने को नहीं मिलती हैं। ऐसा ठंड या फिर नम सीजन में देखने को मिलता है, जिसमें छोटी रक्त वाहिकाओं में सूजन आ जाती है और दर्द शुरू हो जाता है। 

डॉ. फॉक्स एक अकेली ऐसी डॉक्टर नहीं हैं, जिन्होंने मरीजों में इस समस्या का अनुभव किया है। यूरोप और अमेरिका के कई स्किन स्पेशलिस्ट मरीजों में इस तरह के लक्षण देख रहे हैं। इटली में भी कुछ स्किन स्पेशलिस्ट ने मार्च के महीने में कुछ ऐसे केसेस देखे हैं, जिन्हें पैरों की उंगलियों में सूजन और जलन की समस्या थी। इसके साथ ही पैरों की उंगलियों के रंग में भी बदलाव देखे गए हैं।

ये भी पढ़ें – प्लाज्मा थेरेपी से भारत में हुआ कोरोना वायरस का सफल इलाज, जानें कैसे करता है काम

फ्रॉस्टबाइट जैसी है तकलीफ

डॉक्टर्स के मुताबिक, मरीजों में दिखने वाला ये लक्षण फ्रॉस्टबाइट जैसा दिख रहा था, जो ऐसे लोगों को होता है, जो सर्दी वाले इलाके में रहते हैं। इस बीमारी के कारण पैर की उंगलियों के रक्त वाहिकाओं में सूजन हो जाती है। इसके साथ ही उंगलियों में गंभीर ऐंठन भी होने लगता है। इस स्थिति को कोविड-टोज़ भी कहते हैं।

ऐसा इसलिए कहा जा रहा क्योंकि ये लक्षण उन्हीं इलाकों से ज्यादा सामने आ रहे हैं, जहां कोरोना वायरस का प्रकोप काफी अधिक है।

फ्रॉस्टबाइट कोरोना वायरस का हो सकता है लक्षण 

इटली के सामान ही कोविड टोज की स्थिति अमेरिका के बॉस्टन जैसे शहर में देखने को मिल रही है। बच्चों में ये लक्षण ज्यादा नजर आ रहे हैं। कोविड-टोज़ के लक्षण जिन बच्चों में नजर आ रहा है, उन्हें स्किन स्पेशलिस्ट कोविड-19 का टेस्ट कराने की सलाह दे रहे हैं। 

इटली के बच्चों में ऐसे लक्षण के साथ कोरोना वायरस के आम लक्षण नहीं नजर आए। अब इसे लेकर स्किन और मेडिकल स्पेशलिस्ट के बीच इस स्थिति को लेकर काफी काफी बहस चली।

ये भी पढ़ें – इरफान खान की कोलोन इंफेक्शन से हुई थी मौत, जानें क्या है ये बीमारी और इसके लक्षण

कोरोना वायरस के अन्य लक्षण

कोरोना वायरस का प्रकोप पूरे विश्व में फैल चुका है। यह वायरस इसलिए इतनी तेजी से फैला, क्योंकि कोविड 19 के मरीजों में लक्षण जल्द नहीं दिखाई देते हैं। दुनियाभर में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों का इलाज चल रहा है। इस बीमारी को लेकर डॉक्टर्स के सामने असल चुनौती ये है कि आखिर इस बीमारी की पहचान कैसे की जाए? क्योंकि कोरोना वायरस के कई नए लक्षण सामने आ चुके हैं। साथ ही कई ऐसे लक्षण हैं, जो अन्य फ्लू के समान हैं। इसलिए कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की पहचान करना काफी मुश्किल होता है। कुछ साधारण लक्षण-

  • अचानक गंध और स्वाद ना आना
  • आंखों का लाल होना
  • सूखी खांसी
  • बुख़ार
  • गले में ख़राश
  • थकावट और सांस लेने में परेशानी

बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर अब भी कई ऐसी चीजें हैं, जिससे लोग अंजान हैं। क्योंकि यह वायरस डॉक्टर्स के लिए भी नया है। 

Mens Grooming Tips: शख्त और बेजान स्किन से पाना चाहते हैं छुटकारा, तो अपनाएं ये घरेलू टिप्स

0
Men Skin Care Tips in Hindi
Men Skin Care Tips in Hindi

Mens Grooming Tips: खूबसूरत और ग्लोइंग स्किन सिर्फ लड़कियां ही नहीं चाहतीं। बल्कि लड़कों के अंदर भी ऐसी ख्वाहिश होती है। हालांकि, लड़कियों की तुलना में लड़कों की स्किन काफी अलग होती है। इसलिए लड़कों की स्किन प्रॉब्लम लड़कियों से अलग होती है। बाज़ार में भी ज्यादातर प्रोडक्ट्स लड़कियों की स्किन के लिए मिलता है। इसलिए लड़कों को अपने स्किन (Mens Grooming Tips) के लिए बाहर से ज्यादा प्रॉडक्ट्स नहीं मिलते हैं। अगर आप भी अपने चेहरे पर निखार चाहते हैं, तो घरेलू उपाय अपनाएं।  चलिए जानते हैं कुछ ऐसे ही घरेलू टिप्स-

कच्चा दूध

कच्चा दूध क्लिंजर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। अगर आप अपने चेहरे पर निखार चाहते हैं, तो रोजाना सोने से पहले एक कॉटन की मदद से अपने चेहरे को कच्चे दूध से साफ करें। इस टिप्स को अपनाने से आपके चेहरे की खोई नमी वापस आएगी। इसके साथ ही दूध के पोषण तत्व भी आपके चेहरे को मिलते हैं।

ये भी पढ़ें – लॉकडाउन में चेहरे पर लाएं निखार, घर में तैयार करें टर्मरिक गोल्ड फेशियल

नींबू और टमाटर

गर्मियों में टैनिंग की समस्या सभी को होती है। (Men Grooming Tips in Hindi) अगर आपको टैनिंग हो गई है, तो टमाटर इसे हटाने में आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए सबसे पहले आप टमाटर को पीस लें। इस पेस्ट में एक चम्मच नींबू का रस मिलाएं। इन दोनों को अच्छी तरह मिक्स करें। अब इसे टैंनिंग वाले जगह पर लगाकर करीब 20 मिनट के लिए छोड़ दें। ऐसा करने से आपको कुछ ही दिनों में फर्क नजर आने लगेगा।

मुल्तानी मिट्टी

मुल्तानी मिट्टी चेहरे को निखारने में आपकी मदद करता है। इसका इस्तेमाल काफी समय से हो रहा है। अधिकतर महिलाएं मुल्तानी मिट्टी चेहरे पर लगाती हैं, लेकिन पुरुष भी इसे लगा सकते हैं। इससे चेहरे की रंगत में निखार आता है। मुल्तानी मिट्टी में एक चम्मच गुलाबजल और चंदन पाउडर मिलाएं। इस पैक को सप्ताह में दो बार लगाएं। इससे चेहरे पर काफी बदलाव नजर आएगा।

ये भी पढ़ें – घर में तैयार करें आयुर्वेदिक मेंहदी तेल, कुछ ही दिनों में बालों की सभी समस्याएं होंगी दूर

हल्दी

हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण पाया जाता है। ये त्वाचा के दाग-धब्बों को दूर करने में हमारी मदद करता है। इतना ही नहीं हल्दी से स्किन पर मौजूद बैक्टीरिया भी खत्म होता है। चेहरे पर हल्दी लगाने के लिए थोड़ी सी हल्दी में ज़ैतून का तेल मिलाएं। इसे अपने चेहरे पर लगाएं। इसे करीब 20 मिनट के लिए अपने चेहरे पर छोड़ दें। इसके बाद गुनगुने पानी से अपना चेहरा धो लें।

Read More Articles on Skin Care Tips in Hindi

देश और दुनिया से जुड़ी Health News की ताज़ा खबरों के लिए यहाँ क्लिक करें. YouTube Channel यहाँ सब्सक्राइब करें। सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Page लाइक करें, Twitter और Instagram पर फॉलो करें।

प्लाज्मा थेरेपी से भारत में हुआ कोरोना वायरस का सफल इलाज, जानें कैसे करता है काम

0
Plasma Therapy Treatment
Plasma Therapy Treatment

कोरोना वायरस का प्रकोप दुनियाभर में काफी तेजी से फैलता जा रहा है। इसी बीच तमाम मरीजों और डॉक्टर्स के लिए प्लाज्मा थेरेपी (Plasma Therapy) ने आशा की उम्मीद जगाई है। दरअसर, भारत में कोरोना वायरस से गंभीर रूप से पीड़ित 49 वर्षीय व्यक्ति का प्लाज्मा थेरेपी (Plasma Therapy) से सफल इलाज किया गया। इसके बाद से डॉक्टर में इस वायरस से निपटने की उम्मीद जगी है। सबसे खासबात ये है कि इस थेरेपी के जरिए मरीज को सिर्फ चार दिनों के अंदर ठीक किया है। चलिए जानते हैं आखिर कैसे काम करती है प्लाज्मा थेरेपी-

ये भी पढ़ें – कोरोना का नया लक्षण है कोविड-डोज, शरीर के इस हिस्से को कर रहा खराब

कैसे काम करती है प्लाज्मा थेरेपी?

कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति का शरीर जब संक्रमण को हराने में कामयाब हो जाता है, तो ऐसे उस व्यक्ति का शरीर एंटीबॉडी के रूप में काम करने लगता है। संक्रमंण से ठीक हुए इस व्यक्ति की इम्यूनिटी पावर कु समय के लिए या फिर कुछ-कुछ केस में अधिक समय के लिए काफी मजबूत हो जाती है। ऐसे में उस व्यक्ति के बॉडी के इम्युनिटी सेल्स से प्रोटीन उत्सर्जित होने लगता है, जो उसके शरीर के प्लाज्मा सेल्स में पाया जाता है।

ये भी पढ़ें – चीन ने तैयार की कोरोना वायरस की वैक्सीन, बंदरों पर प्रयोग में आए चौंकाने वाले नतीजे

प्लाज्मा सेल्स, ब्लड में थक्का जमाने का कार्य करती है। इस थेरेपी को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि प्लाज्मा थेरेपी से एक साथ कई लोगों को ठीक किया जा सकता है। इस थेरेपी से उन व्यक्तियों का इलाज किया जाता है, जिसमें संक्रमण का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है।

चीन में हो चुका है इस थेरेपी का इस्तेमाल

चीन का वुहान शहर कोरोना वायरस का जन्मदाता माना जाता है। फिलहाल खबर सामने आ रही है कि चीन इस वायरस से पूरी तरह छुटकारा पा चुका है। चीन का कुछ दिनों पहले इस कोरोना वायरस के कारण बुरा हाल था। ऐसे में खबरें सामने आई थीं कि चीन में प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल किया गया है। चीन के शंघाई राज्य में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीज को ठीक करने के लिए सबसे पहले प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल किया गया। यहां के डॉक्टर्स द्वारा उन मरीजों के प्लाज्मा सैंपल को कलेक्ट किया, जो कोरोना वायरस से पूरी तरह से ठीक हो चुके थे। इसके बाद इस सैंपल को अन्य मरीजों में डाला गया, चीन में इस थेरेपी से कई मरीजों को ठीक किया गया।

पीरियड्स के दर्द और मूड स्विंग्स से हैं परेशान, तो करें ये 5 बेस्‍ट वर्कआउट

0
Best Workouts in Periods
पीरियड्स के दर्द और मूड स्विंग्स से हैं परेशान, तो करें ये 5 बेस्‍ट वर्कआउट

Best Workouts in Period: पीरियड्स हर एक महिला के लिए मुश्किल भरा दिन होता है। इन दिनों महिलाओं को कई हार्मोनल बदलाव से गुजरना पड़ता है। जिनमें मूड स्विंग्स, इमोशनल और चिड़चिड़ापन होना काफी आम बात है। पीरियड्स में होने वाले दर्द से बचने के लिए महिलाएं कई तरह के घरेलू उपाय भी अपनाती हैं। (Best Workouts in Periods) इन उपायों से कई बार दर्द पर असर पड़ता है, लेकिन कभी कभी दर्द ठीक नहीं होता। लेकिन क्या कभी आपने पीरियड्स के दर्द को कंट्रोल करने के लिए वर्कआउट किया है? यदि नहीं, तो आज हम आपको कुछ ऐसे वर्कआउट के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आप पीरियड्स के दिनों में भी आसानी से कर सकते हैं। चलिए जानते हैं उन वर्कआउट्स के बारे में-

वॉकिंग (Walking)

पीरियड्स के दौरान हैवी एक्सरसाइज करने से मना किया जाता है। लेकिन इन दिनों आप हैवी एक्सरसाइज के बदले वॉकिंग आसानी से कर सकते हैं। ठहलने से ना सिर्फ पीरियड्स का दर्द कम होगा, बल्कि इससे आपकी कैलोरीज भी कम होंती है। इसके साथ ही वॉकिंग करने से मूड भी ठीक होता है।

ये भी पढ़ें – महिलाओं की पर्सनालिटी में आएगा निखार, नियमित रूप से करें ये वर्कआउट

योग (Yoga)

योगा हर एक व्यक्ति के लिए फायदेमंद माना जाता है। अगर आप पीरियड्स के दर्द से काफी परेशान हैं, जो योगा आपके इस दर्द में राहत का काम कर सकती है।  पीरियड्स के दौरान आप कुछ ऐसे आसन कर सकते हैं, जो आसानी से किए जाते हैं। इसमें प्राणायाम और कपालभाति शामिल है। इन आसन से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है, जिससे ब्लड क्लॉटिंग बनने से रूकता है और हमें दर्द की कमी महसूस नहीं होती है।

डांसिंग (Dancing)

पीरियड्स में अक्सर हमारे बड़े डांस करने के लिए मना करते हैं। लेकिन ये एक भ्रांति है। अगर आप पीरियड्स में डांस करते हैं, तो इससे दर्द ठीक हगा। डांस मूव्स से आपकी बॉडी को हल्का महसूस होता है। इससे मूड भी काफी अच्छा होता है।

ये भी पढ़ें – मसल टेंशन को करना है दूर, करें ये सिंपल से 3 स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज

स्ट्रेचिंग (Stretching)

अगर आप बाहर जाकर वॉकिंग और जॉगिंग नहीं करना चाहते हैं, तो घर में ही हल्के एक्सरसाइज करें। आप घर पर एक जगह बैठे-बैठे स्ट्रैचिंग कर सकते हैं। इससे आपकी बॉडी को काफी रिलेक्स फील होगा।

- Advertisement -

Recent Posts

Facebook
Twitter
YouTube
Pinterest
Instagram