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Lancet Report का चौंकाने वाला दावा, हवा से फैल रहा है Coronavirus

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Lancet Report on Coronavirus
Can Coronavirus spread though air as per Lancet Report

Lancet Report on Covid19: कोरोना महामारी को लेकर दुनिया के सबसे सम्मानित मेडिकल जनरल में शामिल लैंसेट ने कोरोना वायरस को लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट पेश की है। लैंसेट की रिपोर्ट के मुताबिक, कोविड-19 मुख्य रूप से हवा के जरिए फैल रहा है। इस रिपोर्ट को अमेरिका, इंग्लैंड और कनाडा के वैज्ञानिकों द्वारा तैयार किय गया है। (Lancet Report) रिपोर्ट पेश करने वाले एक्सपर्ट के मुताबिक, कोरोना हवा के जरिए फैलने का यह अर्थ है कि कोविड-19 संक्रमण सिर्फ मरीज के खांसने या फिर छींकने से नहीं फैलता, बल्कि उसके बोलने, चिल्लाने, गाने, सांस छोड़ने से भी फैल सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यही वजह है कि कोरोना इतनी तेजी से अपना पैर पसार रहा है।

हवा के जरिए मुख्य रूप से फैल रहा है कोविड-19

अबतक के हेल्थ एक्सपर्ट द्वारा यही कहा जा रहा था कि कोरोना वायरस फैलने की मुख्य वजह संक्रमित व्यक्ति का खांसना और छींकना है। यानी खांसते और छींकते वक्त निकले ड्रॉपलेट्स के कारण या फिर संक्रमित सतह को छूने की वजह से कोरोना वायरस फैलता है। लेकिन लैंसेट की रिपोर्ट के अनुसार, यह मान्यता तथ्यों पर आधारित नहीं है कि कोरोना सिर्फ ड्रॉपलेट्स की वजह से फैलता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना फैलने की मुख्या वजह हवा है, न कि किसी व्यक्ति का खांसने या छींकने वाले ड्रॉपलेट्स

कोरोना को फैलने से रोकने के लिए बनानी होगी नई रणनीति

लैंसेट की रिपोर्ट के मुताबिक, महामारी रोकने के लिए अपनाए जा रहे उपाय बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि सिर्फ पुराने उपायों से कुछ नहीं होगा। बल्कि अब पुराने उपायों के साथ-साथ कोरोना महामारी को रोकने के लिए नई रणनीति बनाने की आवश्यकता है। नई रणनीति को तैयार करने के लिए अब ज्यादा देर नहीं लगनी चाहिए। विशेषज्ञों का कहना है कि बार-बार हाथ धोना, सतहों को न छूना और खांसते वक्त कपड़ा मुंह पर रखना जैसी बातों का ध्यान हमें आज भी रखने की आवश्यकता है। लेकिन इसके साथ-साथ ऐसे उपायों को ढूंढने की आवश्यकता है, जिससे हवा में फैल रहे इंफेक्शन को रोका जा सके।

लैंसेट की रिपोर्ट (Lancet Report) में शामिल हुए वैज्ञानिक जोसे लुई जिमेनेज़ का कहना है कि कोरोना हवा के जरिए फैलता है, इस बात के कई सबूत मिले हैं। लेकिन कोरोना का संक्रमण ड्रॉपलेट्स के जरिए फैलता है, इसके सबूत न के बराबर मिले हैं। जिमेनेज़ का कहना है कि वर्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन एवं अन्य हेल्थ एजेंसियों को अब जल्द से जल्द अपनी रणनीति में सुधार करने की आवश्यकता है। कोरोना हवा से फैलता है, इस बात को स्वीकार करने में ज्यादा वक्त न गवाएं और इसे रोकने के उपाय खोजना बेहद जरूरी हो चुका है।

ये भी पढ़ें – कोविड-19 वैक्सीनेशन से पहले क्या खाएं और क्या नहीं?

बता दें कि लैंसेट की रिपोर्ट में कई ऐसे कारण बताए गए हैं, जिससे यह साबित होता है कि कोरोना हवा के जरिए फैलता है। जैसे-

कोविड से संक्रमित व्यक्ति जब अस्पताल में होता है, तो उसके बगल के कमरों या फिर बिल्डिंग के डॉक्टर्स और अन्य कर्मचारी भी कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं।हवा और एयरफिल्टर में कोरोना वायरस का संक्रमण मिला है। इसके अलावा रिपोर्ट में कई कारण बताए गए हैं।

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COVID Vaccine: कोविड-19 वैक्सीनेशन से पहले क्या खाएं और क्या नहीं?

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Covid 19 Vaccine
वैक्सीनेशन से पहले करें ये बचाव

Covid 19 Vaccine: देश में दिन-ब-दिन कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में सरकार लोगों को सुरक्षा बरतने के साथ-साथ वैक्सीनेशन लगवाने के लिए प्रोत्साहित करती हुई नजर आ रही है। वैक्सीनेशन की बात की जाए, तो एक्सपर्ट के अनुसार वैक्सीन लगवाने से पहले हमें अपने डाइट का विशेष ख्याल रखना चाहिए। लोगों को वैक्सीनेशन से पहले कुछ सावधानियां बरतने की आवश्यकता होती है, जिसका उन्हें खास ध्यान रखने की जरूरत है। इन बातों में सबसे प्रमुख है, आहार। जी हां, हम क्या खा रहे हैं और क्या नहीं, इसका असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। इसलिए वैक्सीनेशन (Corona Vaccine) से पहले अपने खान-पान का खास ख्याल रखें। अगर आप इस बात से अनजान हैं कि वैक्सीनेशन से पहले किस तरह का डाइट होना चाहिए, तो आइए जानते हैं इस बारे में-

बॉडी को रखें हाइड्रेट (Keep the Body Dehydrate)

अगर आप वैक्सीन (Vaccine) लगाने की तैयारी कर रहे हैं, तो ऐसा करने से पहले अपने शरीर को हाइड्रेट (Hydrate) रखें। इस दौरान अधिक से अधिक पानी पिएं। इसके अलावा शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए तरबूज, खीरा, ककड़ी, लौकी, तोरई जैसे आहार का सेवन करें। इस तरह के आहार आपके शरीर को हाइड्रेट रखते हैं। इसके साथ ही इससे आपके शरीर को भरपूर फाइबर भी मिलता है। ऐसा करने से वैक्सीन के साइड-इफेक्ट्स कम हो सकते हैं।

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डाइट में शामिल करें फाइबर रिच फूड (Include Fiber Rich Food in the Diet)

कोरोना काल में शरीर को तंदुरुस्त बनाए रखने के लिए हेल्दी ईटिंग हैबिट्स होना जरूरी है। अगर आप कोविड-19 वैक्सीन लगवाने जा रहे हैं, तो इस दौरा प्रॉसेस्ड, हाई सैचुरेटिड फैट और हाई कैलोरीज युक्त आहार का सेवन न करें। ऐसे आहार के बजाय आप अपने डाइट में दलिया, ओट्स और गेहूं जैसे फाइबर रिच फूड्स को शामिल करें।

वैक्सीन के बाद कैसा होना चाहिए आहार? (Post Vaccination Diet)

कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद जहां तक संभव हो स्वस्थ और संतुलित डाइट (Healthy and balanced diet) का सेवन करें। इसमें साबुत अनाज, फूले हुए कच्चे चने और फाइबर से भरपूर फूड्स को अपने डाइट में शामिल करें। ऐसे करने से आपकी इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग होगी। जिससे वैक्सीन के साइड-इफेक्ट कम होंगे।

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हाई शुगरयुक्त फूड्स का सेवन करने से बतें (Avoid Eating High Sugar Foods)

वैक्सीन लगाने से पहले या फिर बाद में सैचुरेटेड फैट और अधिक शुगर युक्त आहार का सेवन करने से बचें। क्योंकि इस तरह का आहार आपकी नींद खराब कर सकते हैं। नींद खराब होने से स्ट्रेस और चिंता बढ़ सकती है। भरपूर नींद न लेने से इम्यूनिटी कमजोर भी होता है। ऐसे में वैक्सीन लेने के बाद इस तरह की चीजों को अवॉइड करना ही आपके लिए सही होगा।

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कोरोना की दूसरी लहर लेती जा रही है खतरनाक रूप, नए स्ट्रेन के इन लक्षणों को भूलकर भी न करें नज़रअंदाज

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New Corona Strain Symptoms: कोरोना की दूसरी लहर लेती जा रही है खतरनाक रूप, नए स्ट्रेन के इन लक्षणों को भूलकर भी न करें नज़रअंदाज
भारत में कोरोना की दूसरी लहर काफी खतरनाक होती जा रही है। सोमवार को आए मामले ने कोरोना वायरस महामारी के शुरुआत से लेकर अबतक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।

Corona New Strain Symptoms: भारत में कोरोना की दूसरी लहर काफी खतरनाक होती जा रही है। सोमवार को आए मामले ने कोरोना वायरस महामारी के शुरुआत से लेकर अबतक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। देश में लागू लॉकडाउन और कई पाबंदियों के बावजूद पिछले 24 घंटे में 1.68 लाख से भी अधिक नए मामले सामने आए हैं, जो लोगों के सामने चिंता का विषय बनी हुई है। कोरोना (Corona Symptoms) के इस बढ़ते खतरे के बीच कोरोना के कुछ नए लक्षण भी सामने आए हैं, जो देखने में काफी आम है। इसलिए अपने शरीर में हो रहे अचानक से बदलाव को नजरअंदाज न करें और फौरन डॉक्टर से संपर्क करें। यह आपके और आपके परिवार के लिए बेहतर होगा। कोरोना के पुराने लक्षणों में स्वाद और खुशबू का अनुभव न होने के साथ-साथ तेज बुखार, सांस लेने में परेशानी जैसे लक्षण प्रमुख माने जाते थे। लेकिन इस नए लहर में कोरोना के लक्षणों में काफी बदलाव देखे गए हैं। कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें मरीजों को बुखार न होने के बादवूज उनकी रिपोर्ट प़ॉजीटिव बताई गई है, जो अपने आप में काफी चौंका देने वाला है। आइए जानते हैं नए और पुराने स्ट्रेन के लक्षणों में कितना है फर्क?

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इस बारे में डॉक्टर मैक्स हॉस्पिटल (Max Hospital) की फिजीशियन डॉक्टर गुंजन से बात की गई। उन्होंने बताया कि कोरोना के लक्षण सामान्य फ्लू की तरह की शुरुआत में दिख रहे थे। लेकिन इस बार मरीजों में गैस्ट्रो से जुड़ी परेशानियां भी देखी गई हैं। जैसे-पेट में दर्द, उल्टी, स्किन में रैशेज, डायरिया इत्यादि। हालांकि, यह लक्षण पुराने स्ट्रेन के मरीजों में भी हल्का-फुल्का देखा गया था। कोरोना के इस तरह के लक्षण सामने आने पर थोड़ा सतर्क होने की जरूरत है। क्योंकि गर्मियों में हमें अक्सर इस तरह की शिकायत होती है, (New Corona Symptoms) जिसे हम लू या फिर खाने पीने की समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। अगर आपको या फिर आपके परिवार में किसी को पेट से जुड़ी परेशानी महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और अपना कोविड-19 टेस्ट जरूर करें। ताकि आप और आपका परिवार कोविड-19 से सुरक्षित रह सके। आइए समझते है कोविड-19 के नए और पुराने स्ट्रेन में दिखने वाले लक्षणों में किस तरह है अंतर –

कोरोना के नए स्ट्रेन में दिखने वाले लक्षण (New Strain Covid-19 Symptoms in Hindi)

  • डायरिया
  • थकान महसूस होना।
  • पेट में दर्द
  • उल्टी और मितली जैसा अनुभव होना।
  • काफी ज्यादा कमजोरी महसूस होना।
  • चक्कर आने जैसा महसूस होना।

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कोविड-19 के पुराने लक्षण (Old Strain Covid-19 Symptoms)

  • शुरुआती लक्षण
  • सूखी खांसी के साथ-साथ सांस लेने में परेशानी
  • तेज बुखार होना।
  • थकान महसूस होना।

हल्के-फुल्के दिखने वाले लक्षण (Light Looking Symptoms)

  • गले में दर्द
  • सिरदर्द
  • डायरिया
  • शरीर में दर्द होना।
  • गंध और स्वाद न महसूस होना।
  • स्किन पर रैशेज होना।

गंभीर लक्षण (Severe Symptoms)

  • शॉर्ट ब्रीथिंग और सांस लेने की समस्या
  • बोलने में परेशानी
  • सीने में दर्द होना और दबाव महसूस होना।
  • स्ट्रोक की समस्या इत्यादि

आपको बता दें कि जरूरी नहीं है कि यह सभी लक्षण आपको महसूस ही हो। कुछ ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिसमें मरीज को शुरुआत में किसी तरह का लक्षण नहीं दिखा है। लेकिन कोविड-19 टेस्ट होने पर वह पॉजिटिव पाया गया। इसके अलावा हल्के-फुल्के लक्षण वाले मरीजों के रिजल्ट पॉजिटिव आए हैं। इसलिए कोरोना काल की इस भयावह स्थिति में अपने स्वास्थ्य के साथ समझौता न करें। किसी भी तरह की परेशानी होने पर घबराए नहीं और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय रहते अपना ब्लड टेस्ट कराएं और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। कोरोना किसी को भी हो सकता है। इसलिए यह समझने की गलती न करें कि आपको कोरोना नहीं होगा। किसी तरह की परेशानी होने पर डॉक्टर के सलाहनुसार की दवाइयां लें।

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क्या है Hemophilia जानिए इसके लक्षण, कारण और इलाज

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Hemophilia
हीमोफीलिया एक रक्त विकार बीमारी है

Hemophilia: हीमोफीलिया एक रक्त विकार बीमारी है, इस बीमारी मे ब्लड का ठीक से थक्का नहीं बन पाता। हीमोफीलिया से पीड़ित व्यक्ति के शरीर पर अगर चोट लग जाए तो खून निकलता ही रहता है उसे रोकना बहुत मुश्किल हो जाता है। और ऐसा शरीर में ब्लड क्लॉटिंग फैक्टर्स ना होने के कारण होता है। ब्लड क्लॉटिंग फैक्टर्स एक तरह का प्रोटीन होता है। इसका लक्षण ब्लड में क्लॉटिंग फैक्टर्स की मात्रा पर निर्भर करता है।

भारत में इस बीमारी के लगभग 2 लाख मामले है। फिलहाल भारत में इस बीमारी के रोगी थोड़े कम हैं। हीमोफीलिया (Hemophilia) के मरीजों को चोट लगना खतरनाक साबित हो सकता है। और ये बीमारी सबको विरासत में मिलती है। एक आंकड़े के अनुसार, प्रत्येक 5,000 पुरुष में से 1 पुरुष इस बीमारी का शिकार होता है। महिलाओं से ज्यादा पुरुष इस बीमारी के शिकार होते है। महिलाओं के शरीर में इस बीमारी का खतरा ना के बराबर होता है।

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हीमोफीलिया के लक्षण ये है (Symptoms of Hemophilia)

  • नाक से लगातार खून बहना
  • मसूड़ों और दांतों से खून निकलना
  • स्किन आसानी से छिल जाना
  • शरीर में आंतरिक रूप से रक्तस्त्राव होना
  • जोड़ों में दर्द
  • तेज सिर दर्द
  • गर्दन में अकड़न
  • उल्टी की शिकायत होना

अचानक ब्लीडिंग होने पर ये परेशानी होती है (Sudden Bleeding Problems)

  • मल से खून आना
  • गहरे नीले घाव
  • बिना चोट लगे शरीर नीला पड़ना
  • चिड़चिड़ाहट महसूस होना

हीमोफीलिया के कारण (Causes of Hemophilia)

जब शरीर से खून निकलता है, तब रक्त की कोशिकाएं जमा होकर एक ब्लड क्लॉट बना लेती हैं। ब्लड क्लॉट बनने के कारण शरीर से खून बहना बन्द हो जाता है। ब्लड क्लॉटिंग फैक्टर के कारण ही ब्लड क्लॉटिंग की प्रक्रिया शुरू होती है। शरीर में जब इस फैक्टर की कमी होती है, तो ये हीमोफीलिया (Hemophilia) का कारण बन सकती है। हीमोफीलिया कई तरह के होते है। ज्यादातर हीमोफीलिया माता-पिता से बच्चों को होता है। वहीं लगभग 30% ऐसे हीमोफीलिया केस देखे गए हैं, जो मरीज के परिवार में किसी को नहीं होता है। ऐसे लोगों के जींस (genes) में कुछ ऐसे परिवर्तन हो जाते हैं, जिसके बारे में सोचना भी नामुकिन होता है।

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हीमोफीलिया के मरीजों को अपनाने चाहिएं ये टिप्स (Hemophilia Patients should adopt these tips)

  • हीमोफीलिया रोगियों को हमेशा एक्टिव रहना चाहिए।
  • खून को गाढ़ा बनाने वाली दवाइयों को लेने से बचें।
  • मसूड़ों और दांतों की अच्छे से सफाई करें। साल में दो बार दांतों के डॉक्टर के पास जाएं।
  • गाड़ी चलाने से पहले सीट बेल्ट जरूर लगाएं।
  • चोट लगने वाली गतिविधि से बचकर रहें।

हीमोफीलिया का इलाज (Treatment of Hemophilia)

हीमोफीलिया (Hemophilia) के इलाज के लिए वैज्ञानिकों ने एक इंजेक्शन तैयार किया है। इस इंजेक्शन से शरीर के उन घटकों की कमी को दूर किया जाता है, जिसके वजह से हीमोफीलिया होता है। इसलिए वैज्ञानिकों की इस सफलता ने हीमोफीलिया का इलाज आसान कर दिया है। अगर मरीज ज्यादा गंभीर स्थिति में नहीं है, तो उसे दवाई देकर ठीक किया जा सकता है।

डॉक्टर क्या कहते है (What Doctor Say)

फिजिशियन डॉक्टर अजय अग्रवाल का कहना है कि हीमोफीलिया के मरीजों को अपने डाइट और शारीरिक गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए। ऐसे मरीजों को कभी भी ऐसी गतिविधि नहीं करनी चाहिए, जिसमें चोट लगने की संभावना हो। क्योंकि अगर एक बार खून बहना शुरू हो गया तो उसे रोकना काफी मुश्किल होता है। ऐसे में अपना ध्यान रखना ही इस बीमारी का सबसे सुरक्षित इलाज है।

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होली खेलने से पहले रखें स्किन का ख्याल, इन 11 टिप्स से करें स्किन का बचाव

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Holi Skin Care Tips
होली में त्वचा का रखें खास खयाल

Holi Skin Care Tips: होली रगों का त्योहार है और ऐसे में रगों से दूरी कोई कैसे बनाए? लेकिन बात जब स्किन की आती है तो मजबूरन हमें अपने आप को रंगों से दूर रखना पड़ता है। क्योंकि होली में सिंथेटिक कलर्स के यूज से स्किन में कई तरह की एलर्जी और रेशेस हो जाते हैं जो लंबे समय तक परेशानी का कारण बनते हैं और चेहरे पर कई तरह के निशान छोड़ जाते हैं।

लेकिन आपको होली के रंगों से दूर भागने की जरुरत नहीं है क्योंकि हम आपको होली में भी खूबसूरत और चमकदार स्किन (Beautiful Skin) रखने के तरीके बताने वाले हैं जिनका यूज करके आप होली भी खेल सकते हैं और अपनी खूबसूरती (Holi Skin Care Tips) भी बरकरार रख सकते हैं

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होली खेलने से पहले इन बातों का रखें ध्यान (Pre Holi tips to take care of your beautiful Skin Care)

होली खेलने के एक दिन पहले 2 चम्मच बादाम पाउडर में थोड़ा सा दूध मिलाकर पेस्ट बना लें पोस्ट को 10-15 मिनट तक चेहरे पर लगाकर रखें सूखने पर ठंडे पानी से धो लें इससे रगों का प्रभाव कम होगा। (चेहरे पर लगाने से पहले पैच टेस्ट जरुर करें)

  • होली खेलने के पहले होठों पर वैसलीन, गुनगुनाघी, गुनगुना आलिव ऑयल या फिर शहद लगा लें इससे होठ फटने बंद हो जोएंगे। ये आप नार्मल दिनों में भी लगा सकते हैं।

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  • होली खेलने से पहले सनस्क्रीन जरुर लगाएं। टैनिंग से बचने के साथ ही रंग जल्दी उतरेगा।
  • होली खेलने से पहले स्किन में किसी तरह का मेकअप यूज ना करें। सिर्फ घी, सरसो का तेल या आलिव ऑयल से स्किन को मसाज कर लें। हर तरह का रंग आसानी से उतर जाएगा।
  • एलर्जी होने पर नेचुरल ऐलोवेरा जैल में खीरे का रस और गुलाबजल मिलाकर फ्रिज में रख दें। ठंडा होने पर प्रभावित जगह पर 8-10 मिनट के लिए लगाएं। 20 मिनट बाद ठंडे पानी से धो लें।
  • होली के रंगों को उतारने के लिए बेसन का गीला उबटन भी यूज कर सकते हैं।
  • रंगों को उतारने के लिए कभी भी चेहरे को ज्यादा रगड़ें नहीं। हल्के हांथों से चेहरे की ऑयल से मसाज करे रंग उतर जाएगा।
  • होली खेलने से पहले बालों में भी हल्का ऑयल लगा लें बालों से आसानी से रंग निकाला जा सकेगा।
  • होली खेलने के 2-3 दिन तक ब्लीच और फेशियल नहीं करवाएं।
  • होली के बाद वैक्सिंग कराएं इससे टैनिंग और रंग दोनों उतर जाएगा।
  • होली खेलने के बाद ज्यादा में ना निकलें। इसके साख ही जब भी धूप में निकलें चेहरा ढक कर निकलें।( चेहरा ढ़कने के लिए कॉटन के कपड़े का प्रयोग करें)

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Relationship Truth: पकड़ा गया धोखेबाज ब्वॉयफ्रेंड का झूठ, कॉफी से खुला राज

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Relationship Tips
Relationship Tips: पकड़ा गया धोखेबाज ब्वॉयफ्रेंड का झूठ, कॉफी से खुला राज

Relationship Truth: प्यार और फिर प्यार में धोखे की कहानी तो पहले बहुत सुनी होंगी. लेकिन एक महिला ने हाल ही में सोशल मीडिया पर धोखा मिलने की ऐसी कहानी सुनाई जिसको सुनके लोग हैरान रह गए. आपको बता दे, किसी ने टिक टॉक पर एक सवाल पूछा था कि आपको कैसे पता चला कि आपका पार्टनर (Relationship Truth) आपको धोखा दे रहा है और आपने उसे कैसे पकड़ा.

वैसे तो इस सवाल का जवाब कई लोगों से मिला लेकिन अमेरिका की डेनियल ब्राउन की कहानी को अब तक 90 हजार से भी ज्यादा बार लोग सुन चुके है.

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डेनियल ने टिक टॉक (TikTok) पर एक वीडियो शेयर कर अपनी कहानी सुनाई. डेनियल ने बताया कि एक दिन उसका ब्वॉयफ्रेंड घर देर से आया. उसके हाथ में एक कॉफी कप था जो वो लेकर आया था. डेनियल ने उससे देर से आने की वजह पूछी. उसके ब्वॉयफ्रेंड (Relationship Truth) ने बताया कि वो किसी काम से बाहर गया था और घर आते समय उसकी इच्छा कॉफी पीने की हुई.

वो कॉफी पीने के लिए कॉफी शॉप पर गया और कॉफी लेकर घर आया. डेनियल को उसकी इस बात पर हैरानी हुई. जिसके बाद उसने अपने ब्वॉयफ्रेंड (Boyfriend) से पूछा, ‘तुम मेरे लिए कॉफी लेकर क्यों नहीं आए?’

डेनियल ने अपने ब्वॉयफ्रेंड के हाथ से कॉफी का कप ले लिया और वो कॉफी पीने लगी. तभी डेनियल ने देखा कि उस प्लास्टिक कॉफी कप के पीछे कुछ लिखा हुआ था. उसने ध्यान से देखा तो कप पर ब्रिटनी लिखा था जो उसके ब्वायफ्रेंड की एक्स गर्लफ्रेंड का नाम था.

डेनियल का ब्वॉयफ्रेंड जिस शॉप से कॉफी लेकर आया था वहां कॉफी ऑर्डर करने वाले का नाम कॉफी कप पर लिखकर ही दिया जाता है. उसे देखकर डेनियल को ये समझने में देर नहीं लगी कि ये कॉफी उसके ब्वायफ्रेंड की एक्स गर्लफ्रेंड ने ऑर्डर की थी और उसका ब्वॉयफ्रेंड उसे धोखा दे रहा है।

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डेनियल ने अपने ब्वॉयफ्रेंड से पूछा कि कप पर ब्रिटनी क्यों लिखा है तो उसने कहा, ‘कॉफी सर्व करने वाले ने गलती से कप पर अपना ही नाम लिख दिया है क्योंकि उसकी एक्स गर्लफ्रेंड के नाम की स्पेलिंग ये नहीं है.’ ये सुनकर डेनियल का पारा चढ़ गया. उसने कॉफी कप अपने ब्वॉयफ्रेंड के मुंह पर मारा और वहां से चली गई. डेनियल ने अपने उस वीडियो में लोगों को प्लास्टिक का डमी कप भी दिखाया.

डेनियल की इस कहानी पर अलग – अलग प्रतिक्रियाएं आ रही है. किसी ने कहा कि उसका ब्वॉयफ्रेंड सही से झूठ भी नहीं बोल पाया तो किसी ने कहा कि लड़के अपनी गलती क्यों नहीं मानते है और एक गलती को छिपाने के लिए कई तरह की झूठी कहानी बनाते हैं. तो वहीं एक इंसान ने लिखा कि उसके ब्वॉयफ्रेंड को कॉफी कप घर लेकर आने की जरूरत ही क्या थी।

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क्या सेक्स करने से मिलता है लंबे उम्र का वरदान? जाने क्या है सच्चाई

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Sex Benefits in Hindi
क्या सेक्स करने से मिलता है लंबे उम्र का वरदान? जाने क्या है सच्चाई

Sex Benefits: उम्र पर किसी का बस नहीं चलता वो दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जाता है. लेकिन एक्सरसाइज और हेल्दी खाना खाने से जिंदगी के कुछ साल बढ़ जाते है। और अब शरीर कि अच्छी सेहत के लिए इन सारी चीजो के साथ साथ शोधकर्ताओं ने सेक्स को भी जोड़ा है।

शोधकर्ताओं का ऐसा कहना है कि सेक्स करने से कई गंभीर बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। सेक्स शारीरिक संतुष्टि देने के साथ साथ मूड को भी ठीक करता है। सेक्स (Sex Benefits) से इम्यून सिस्टम बढ़ाता है, ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रखता है और दिल की बीमारी नही होती, उसी के साथ उम्र लंबी होती है।

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न्यू इंग्लैंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने सेक्स और दिल की बीमारियों को जोड़ कर 65 साल से कम उम्र के 1,120 पुरुषों और महिलाओं पर एक स्टडी की है। इस स्टडी का नतीजा 22 साल बाद आए है। स्टडी में दावा किया गया कि रोजाना सेक्स करने से दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है साथ ही ये शरीर में कई खराब लक्षणों को भी बढ़ने से रोकता है।

स्टडी में बताया गया कि एक्टिव सेक्स लाइफ से हार्ट अटैक आने के बाद भी जिंदा रहने की संभावना होती है। स्टडी के अनुसार, जिन लोगों ने हफ्ते में एक बार से ज्यादा सेक्स किया था, हार्ट अटैक आने के बाद उनके मरने की संभावना 27 फीसदी कम थी, वहीं कभी-कभी सेक्स करने वालों की मरने की संभावना 8 फीसदी तक कम थी।

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शोधकर्ताओं का ऐसा कहना है कि अगर एक बार हार्ट अटैक आ चुका हो तो हफ्ते में एक बार सेक्स करने से बॉडी को फायदा होता है। स्टडी के मुताबिक हफ्ते में एक बार सेक्स करने से लंबी उम्र की संभावना बढ़ती है। इस स्टडी से पहले अमेरिकन जर्नल ऑफ कार्डियोलॉजी में भी ऐसी ही स्टडी छपी थी।

अमेरिकन जर्नल ऑफ कार्डियोलॉजी में छपी स्टडी में बताया गया था कि जो पुरूष कम सेक्स करते हैं उनमें दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ने के अलावा इरेक्टाइल डिसफंक्शन की दिक्कत भी बढ़ जाती है। इस स्टडी में कहा गया है कि जो पुरूष यौन रूप से सक्रिय होते हैं उनमें फिजिकल एक्टिविटी करने की क्षमता ज्यादा होती है और इसकी वजह से शरीर स्वस्थ रहता है।

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Fruits for Diabetes
डायटिशियन से जानें डायबिटीज कंट्रोल करने वाले 7 फल, साथ ही इन से करे परहेज

Fruits for Diabetes: डायबिटीज (Diabetes) में शुगर को कंट्रोल में रखना जरूरी है। ब्लड शुगर के बढ़ने और घटने के कई कारण हो सकते है. अगर आपको टाइप-2 डायबिटीज है और आपका इंसुलिन सही तरीके से शुगर नहीं पचा पा रहा, तो ये शुगर को आपके ब्लड तक ले जाएगा और इस के कारण आपका ब्लड शुगर हाई रहेगा। (Fruits for Diabetes) इसी तरह मोटापा, हाई कार्ब्स, हाई कोलेस्ट्रोल, अनहेल्दी फैट, हाई शुगर युक्त खाद्य पदार्थ और हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले चीजें भी ब्लड शुगर को आसानी से बढ़ाते है और ये डायबिटीज रोगियों को नुकसान पहुंचाते हैं। हम आज बात फलों की करेंगे डायबिटीज में किन फलों को खाने से ब्लड शुगर बढ़ सकता है, वही, कुछ फल ऐसे भी हैं, जिन्हें खाने से डायबिटीज के रोगि को आराम मिलता (Foods to control blood sugar level) है। तो, आइए आहार विशेषज्ञ, डायटीशियन डेलनाज टी. चंदूवाडिया (Delnaaz T.Chanduwadia) से जानते हैं डायबिटीज में कौन सा फल खाना चाहिए और कौन सा नहीं?

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डायटीशियन डेलनाज टी. चंदूवाडिया (Delnaaz T.Chanduwadia) का कहना हैं कि स्वस्थ जीवन के लिए एक अच्छा ग्लाइसेमिक नियंत्रण जरूरी है। ऐसा इसलिए कि हाई ग्लाइसेमिक फूड्स ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकते हैं और स्वास्थ्य से जुड़ी कई परेशानियों की वजह बन सकते हैं। (Health Care Tips) इसलिए डायबिटीज के मरीजों को कोई भी फल खाने से पहले उसके शुगर कंटेंट और जीआई के बारे में थोड़ी सी जानकारी रखनी चाहिए।

डायबिटीज में कौन सा फल नहीं खाना चाहिए – Fruits To Avoid In Diabetes

डायबिटीज में आम, केला, चीकू, कस्टर्ड एप्पल और अंगूर जैसे फल नहीं खाना चाहिए. क्योंकि इन सभी फलो में सिंपल शुगर बहुत अधिक मात्रा में होता है और इसलिए डायबिटीज के मरीजों को इन्हें खाने की सलाह नहीं दी गई है। आइए ऐसे अन्य कारण जानते है, जिसकी वजह से ये फल डायबिटीज में खाना मना है।

1. डायबिटीज में केला खाना चाहिए या नहीं-

डायटीशियन डेलनाज टी. चंदूवाडिया (Delnaaz T.Chanduwadia) कहती हैं कि बात अगर केले की करें (Can Diabetics Eat Banana), तो केले में एक उच्च ग्लाइसेमिक सूचकांक (high glycemic index) होता है, मतलब की ये सिंपल शुगर में हाई है और फाइबर में लो है। सिंपल शुगर का अर्थ ये है कि ये ब्लड शुगर में एक स्पाइक की वजह से बनती है जो नुकसानदायक होती है। लेकिन अगर आप केले को सही तरीके से सीमित मात्रा में खाएं, तो ये फायदेमंद भी हो सकता है। (Fruits for Diabetes Patient) लेकिन इसे पहले एक योग्य पोषण विशेषज्ञ से परामर्श लें, ताकि आप जान सकें कि आपको कब केला खाना है. कई शोध में पता चला है कि डायबिटीज में ऐसे कार्बोहाइड्रेट्स होते है जो स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छे हो सकते हैं, ध्यान रहे ज्यादा पके केले न खाएं क्योंकि इनमें शुगर की मात्रा अधिक होती है और ये नुकसानदेह साबित हो सकता है।

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2. आम

आम में फाइबर और अन्य पोषक तत्व पाए जाते है जिनकी आपको आवश्यकता होती है। लेकिन आम में शुगर की मात्रा बहुत अधिक होती है। आपको बता दे, एक आम में 45 ग्राम चीनी होती है, जो कि शरीर के लिए नुकसानदेह है। साथ ही आम कार्बोहाइड्रेट से भरा होता है, इनमें कैलोरी की मात्रा भी ज्यादा होती है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को 1-2 स्लाइस से ज्यादा आम नहीं खाना चाहिए।

3. चीकू

चीकू में विटामिन ए और बी भरपुर मात्रा में पाई जाती है। साथ ही इसमें ब्लड शुगर की मात्रा भी ज्यादा होती है इसलिए डायबिटीज रोगियों को इसे खाने से परहेज करना चाहिए। चीकू में विटामिन ए अच्छे मात्रा में पाई जाती है और यह आंखों के लिए काफी अच्छा होता है, पर आप इसे ज्यादा ना खाएं।

4. शरीफा

शरीफा ग्लूकोज लेवल को आसानी से बढ़ाता है इसलिए इसे ज्यादा मात्रा में नहीं खाना चाहिए। अगर आपकी डायबिटीज कंट्रोल में भी है, तब भी शरीफा खाने से बचें।

5. अंगूर

अंगूर एंटी ऑक्सिडेंट्स से भरपूर हैं और ये आपको फ्री रैडिकल डैमेज से भी बचाते हैं। पर इसमें शुगर की मात्रा ज्यादा है, इसलिए इसे खाने से बचें। अगर कोई इसे खाना चाहता है, तो उसे एक योग्य पोषण विशेषज्ञ से राय लेना चाहिए और यह पता लगाना चाहिए कि इनमें से कितने फल और किस अंतराल में खाना चाहिए।

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डायबिटीज में कौन से फल फायदेमंद है

1. सेब

सेब आप कभी भी खा सकते है सेब डायबिटीज के रोगियों के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। सेब विशेष रूप से टाइप 2 मधुमेह के विकास के जोखिम को कम करने में मददगार है। सेब में सोल्यूब और इंसोल्यूब फाइबर होता है. ये शुगर लेवल को नियंत्रण में रखने में (Foods to control blood sugar level) मददगार साबित है। अगप आप कार्ब्स की चिंता कर रहें, तो चिंता करेंने की जरूरत नहीं है क्योंकि सेब में 25 ग्राम कार्ब्स होते हैं, जो कि नुकसानदेह होता।

2. संतरा

संतार डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है आप खड़े संतरे को ही खाएं। क्योंकि अगर आप संतरे का जूस पिएंगे, तो इसमें एडेड शुगर आपको नुकसान पहुंचा सकता है। लेकिन खड़े संतरे को खाएंगे, तो इसका फाइबर, विटामिन सी, फोलेट और पोटेशियम आदि आपके ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मददगार होगा।

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3. अमरूद

अमरूद में लो ग्लाइकैमिक इंडेक्स यानी जीआई होता है जो, ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखने में मददगार है। साथ ही अमरूद आहार फाइबर में बहुत समृद्ध है जो कब्ज को कम करने में मदद करता है और टाइप -2 मधुमेह के विकास की संभावना को कम कर सकता है। अमरूद में विटामिन ए और विटामिन सी भी अधिक होता है, जो मधुमेह रोगियों के आंखों और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए भी फायदेमंद है।

4. नाशपाती

कस्टर्ड एप्पल यानी कि नाशपाती में 28% शुगर होता है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम (54) है। इसमें महत्वपूर्ण मात्रा में विटामिन सी, थायमिन, पोटेशियम, मैग्नीशियम और आहार फाइबर शामिल हैं। इस तरह हाई शुगर होने के बावजूद ये डायबिटीज में खाना फायदेमंद है। साथ ही ये दिल के लिए भी सेहतमंद है।

5. मौसंबी

मौसंबी में विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है। इनमें बहुत ज्याद चीनी नहीं होता हैं और यह आपकी भूख पर अंकुश लगाने में मदद करने के लिए फायदेमंद है। पर जरूरी ये है कि आप इसे पूरा खाएं या शुगर फ्री जूस बना कर पिएं।

6. स्ट्रॉबेरी

एक कप स्ट्रॉबेरी में 46 कैलोरी, 11 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 3 ग्राम फाइबर होता है। स्ट्रॉबेरी लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला फल है, जो ग्लूकोज के स्तर को सही रखते हैं। इसलिए बिना ब्लड शुगर स्पाइक की चिंता किए आप इन्हें खाए।

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7. ब्लूबेरी

ब्लूबेरी या शहतूत खाना डायबिटीज के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है। दरअसल, 1 कप ब्लूबेरी में 62 कैलोरी होती है, 14 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 7.6 ग्राम फाइबर होता है। इसके अलावा ये लो जीआई वाला भी है, जो कि डायबिटीज में खाना जरुरी है।

तो, डायबिटीज में आप इन सभी फलों को खा सकते हैं, पर ध्यान रहे किसी भी फल को अधिक मात्रा या गलत समय पर न खाएं। (Health Care Tips) इससे शरीर को नुकसान हो सकता है। ज्यादा तर इनकी सेवन खाने के साथ ही करें और खाली पेट इनके सेवन से बचें।

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सर्दियों में पाना चाहते हैं रूखी त्वचा से छुटकारा तो अपनाएं ये 5 तरीके

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Winter Skincare Tips
Winter Skincare Tips: सर्दियों में पाना चाहते हैं रूखी त्वचा से छुटकारा तो अपनाएं ये 5 तरीके

Winter Skincare Tips: आजकल हर कोई सुंदर दिखना चाहता है चाहे वो लड़का हो या लड़की सबकी इच्छा अच्छे दिखने की होती है। ख़ूबसूरत दिखने के लिए सब महंगे महंगे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते है और अच्छे-अच्छे सलून में जाते है। (Winter Skincare Tips) जबकि इन सबके बाद भी उनको अच्छा परिणाम नहीं दिखता‌। लड़कियों के मुकाबले लड़के व्यस्त होने के कारण अपनी त्वचा का ध्यान नहीं रख पाते। आज हम आपको बताएंगे कि किस तरह से आप अपनी त्वचा की चमक बढ़ा सकते हैं।

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Men Skin Care Tips in Winter

अगर लड़के डेड स्किन, ब्लैकहेड्स जैसी समस्याओं से छुटकारा पाना चाहते हैं तो वो हफ्ते में एक-दो बार शेविंग जरूर करें। शेविंग करने से त्वचा पर निखार आता है। (Winter Skincare Tips) लड़के अपनी त्वचा पर चावल से बनी स्क्रब का भी इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि चावल में भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट होता है और ऐसे चिजो के इस्तमाल से त्वचा में रंगत आती है।

आइए आपको बताते है चावल से स्क्रब बनाने की विधी

चावल से स्क्रब को बनाने के लिए आप 2 टेबल स्पून दही में 1 टेबलस्पून चावल का आटा मिलाएं और उस लेप को पूरे चेहरे पर लगाएं। स्क्रब को चेहरे पर लगाकर 10 मिनट तक रखें और फिर उसे धो लें। आपको आपकी त्वचा निखरी नजर आएगी।

Women Skincare Tips in Hindi

रोजाना चेहरे की क्लीनिंग करना बहुत जरूरी है इसके लिए आप अच्छे क्लींजर का इस्तेमाल कर सकते हैं।अगर आपकी त्वचा रूखी है (Skin Care Tips for Men) तो आपको क्रीम वाले क्लींजर का सम्मान प्रयोग करना चाहिए। यदि आपकी त्वचा तैलीय है तो आपको oil-free क्लींजर का इस्तेमाल करना चाहिए। क्लींजर का इस्तेमाल आप दिन में दो बार कर सकते हैं एक बार नहाने के बाद और दूसरी बार रात को सोने से पहले इसे आपके चहरे पर चमक बनी रहेगी।

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अक्सर बहुत सारे पुरुष ऑफिस जाने की जल्दबाजी में जल्दी सेव कर लेते है और बिना क्रीम लगाएं निकल जाते हैं। ऐसा करना उनकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है। रेजर का इस्तेमाल चेहरे पर जोर से नहीं करना चाहिए. उससे आपके चेहरे पर कट भी लग सकता है इसीलिए शेविंग के लिए अलग से समय निकालना जरुरी है।

Skin Care Tips in Winter

पुरुषों को बाहर निकलने से पहले अपनी स्किन पर सनस्क्रीन का प्रयोग करना चाहिए। वह spf-15 पावर के सनस्क्रीन का प्रयोग कर सकते हैं। (Men Skincare Tips in Hindi) अगर आप अधिक समय के लिए बाहर रहते हैं तो आप spf30 पावर का सनस्क्रीन भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आप सनस्क्रीन प्रयोग रोजाना सही तरीके से करते हैं तो आपको आपकी त्वचा बेदाग नजर आएगी।

त्वचा में नमी होना बहुत जरूरी है इसके लिए दिन और रात दोनों समय मोस्चराइजर का प्रयोग करना चाहिए। जिस मोस्चराइजर में विटामिन ई, बटर और आवश्यक ऑयल मौजूद हो उसी का इस्तेमाल करें ये आपके चहरे पर नमी बरकरार रखेगा।

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गर्भनिरोधक गोलियों को लेकर दूर होगी सारी शंकाएं, पढ़े पूरा रिपोर्ट

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Contraceptive Pills
Contraceptive Pills: गर्भनिरोधक गोलियों को लेकर दूर होगी सारी शंकाएं, पढ़े पूरा रिपोर्ट

Contraceptive Pills: आजकल महिलाएं (lifestyle news) परिवार नियोजन के लिए गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती है।लेकिन इस दवाई को खाने से पहले उनके मन में कई तरीके कि शंकाएं पैदा होती है। उनके मन में कुछ सवाल उठते हैं जैसे कि इसके साइड इफेक्ट क्या हो सकते हैं? (Contraceptive Pills) इसके इस्तेमाल का सही तरीका क्या है? और भी बहुत कुछ। ऐसे में अगर इन सवालों का जवाब ना मिले तो वह तनाव में रहती है। इसीलिए समय पर गर्भनिरोधक गोलियों की जानकारी लेना बहुत जरूरी होता है। आज हम आपको इन गोलियों के बारे में कुछ जानकारी देंगे। इन वीडियोस स्त्री की ओवरी में एक बनने की प्रक्रिया कुछ वक्त के लिए रुक जाती है यही कारण है कि स्त्री कंसीव नहीं कर पाती।

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गोली को लेने का सही तरीका

अगर कोई स्त्री इस गोली का इस्तेमाल पहली बार करते हैं तो पीरियड्स के दूसरे दिन से दवाई लेना शुरू कर दें। (Contraceptive Pills) इसकी एक पैकेट में 21 गोलियां होती है इन इंग्लिश गोलियों को लेने के बाद 7 दिन का ब्रेक शरीर को देना बहुत जरूरी होता है। उसी दौरान संभावित रूप से पीरियडस फिर शुरू हो जाते हैं।

नव विवाहित महिलाओं को इन दवाइयों का सेवन करना चाहिए

यह दवाई परिवार नियोजन के लिए बेहद सुरक्षित है। और अगर इन दवाइयों का सेवन बंद कर देते हैं तो भी बाद में महिलाएं कंसीव कर सकती हैं। (Birth Contraceptive Pills) ऐसे में अगर नव विवाहित महिलाएं इसका सेवन करती हैं तो उन्हें बाद में कंसीव करने में कोई दिक्कत नहीं होगी।

इन गोलियों का साइड इफेक्ट

इन गोलियों के सेवन से कुछ स्त्रियों को सर दर्द नाजिया, जी मचलना जैसी परेशानियां होती है। इसका कारण यह है कि इन दवाइयों में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन का मिक्सचर मौजूद होता है जिसकी वजह से यह समस्या हो सकती है।

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क्या वजन बढ़ने को भी इसकी समस्या कह सकते हैं

जैसा कि बताया गया है कि दवाइयों में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन होते हैं। पहले इन दवाइयों (Contraceptive Pills Side Effects) में यह हार्मोन ज्यादा पाए जाते थे जिसकी वजह से शरीर में पानी जमने की समस्या होने लगती थी। इस समस्या से महिलाओं को ऐसा लगता था कि उनका वजन बढ़ रहा है लेकिन अब गर्भनिरोधक गोलियों में इन दोनों हार्मोन की मात्रा सीमित हो गई है इसलिए अब यह साइड इफेक्ट नजर नहीं आते।

आईपीएल का इस्तेमाल परिवार नियोजन में

कुछ महिलाएं आईपीएल का इस्तेमाल गर्भनिरोधक गोली की तरह करती हैं। इस गोरी का इस्तेमाल आकस्मिक स्थिति में किया जाता है। (Garv Nirodhak Goli) इन गोलियों से शरीर में हार्मोन अपना संतुलन खो देते हैं। ऐसे में सलाह दी जाती है कि स्त्री आईपीएल का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह से ही करें। कई बार ऐसा देखा गया है कि महिलाएं इसलिए सेवन के बाद भी प्रेग्नेंट हो जाती हैं।

मासिक चक्र के लिए गर्भनिरोधक गोलियां

इन गोलियों में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन दोनों मौजूद होते हैं इसीलिए इसे मासिक चक्र को नियमित रखा जा सकता है। पीसीओडी होने पर पीरियड अनियमित हो जाते हैं जिसे दूर करने के लिए लड़कियां शादी से पहले गर्भनिरोधक गोलियां डॉक्टर की सलाह से लेती है।

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गर्भनिरोधक गोलियों के अलावा डॉक्टर द्वारा बताया गया तरीका कितना सुरक्षित है यह तो स्त्री की सेहत पर निर्भर करता है। (Contraceptive Pills in Hindi) स्त्री की शारीरिक अवस्था को देखते हुए डॉक्टरों सलाह देते हैं। जिन स्त्रियों को शादी के 1 साल बाद तक बच्चा नहीं चाहिए उनके लिए गर्भनिरोधक गोलियां एक अच्छा ऑप्शन है। वहीं कुछ स्त्री जो 2 बच्चे के बीच गैप रखना चाहती हैं उनके लिए IUCD और मल्टी लोड ऑपरेशन डॉक्टर को सही लगता है।

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