Solar Eclipse In India: भारत में इस साल योग दिवस के मौके पर यानि 21 जून 2020 को असाधारण अभूतपूर्व घटना देखने को मिलेगी। इस साल आपको पूर्ण रूप से सूर्य ग्रहण देखने को मिलेगा। साथ ही इसमें सूर्य का किनारे का गोलाकर भाग आपको दिखाई देगा। इसे ‘रिंग ऑफ फायर’ भी कहा जाता है। (Solar Eclipse In India) सूर्य ग्रहण के कारण दिन में अंधेरा भी छा जाएगा। ये खगोलीय घटना बहुत से लोगों के दिलों में रोमांच पैदा करेगी। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार सूर्य ग्रहण सुबह 9.15 मिनट पर शुरू होगा और दोपहर 12.10 पर अपने चरम पर होगा।
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हालांकि, सूर्य ग्रहण को बहुत से संस्कृत विद्वान शुभ नहीं मान रहे हैं, लेकिन वैज्ञानिक इसे एक अनोखे अनुभव के रूप में देख रहे हैं। (Solar Eclipse In India) वैज्ञानिकों के अनुसार, सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य को नंगी आंखों से देखना घातक हो सकता है। वहीं, नेत्ररोग विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर आप सूर्य ग्रहण होते देखना चाहते हैं, तो इसके लिए आंखों में विशेष तरह के चश्मे का इस्तेमाल करना आपके लिए सुरक्षित हो सकता है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
विशेषज्ञों के मुताबिक, सूर्य ग्रहण को देखने के लिए एक सुरक्षित चश्मा लगाएं, इस दौरान सूर्य की किरणें आपके आंखों के लिए खतरनाक हो सकती है। सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य से निकलने वाली किरणें आंखों के रेटिना तक पहुंचकर उसे नुकसान पहुंचा सकती है। नंगी आंखों से सूर्य ग्रहण को देखने से आपकी आंखों की रोशनी हमेशा के लिए जा सकती है। ग्रहण के दौरान आंखों में होने वाली परेशानी को ग्रहण अंधता या सोलर रेटिनोपैथी कहते हैं।
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अस्थाई भी हो सकता है नुकसान
एक्सपर्ट्स के अनुसार, सूर्य ग्रहण से होने वाला नुकसान अस्थायी भी हो सकता है। इससे आपकी आंखें पूरी तरह से अंधा होना संभव नहीं हो सकता है, क्योंकि घाव आपकी आंखों के बीच में होता है। लेकिन इसमें परेशानी यह है कि ग्रहण से होने वाला नुकसान तुरंत पता नहीं चलता है। शुरुआत में इससे ना कोई दर्द होता है और ना ही कसी प्रकार का लक्षण दिखाई देता है। लेकिन कुछ घंटों बाद आंखों के नुकसान का अनुभव होता है।
आंखों में परेशानी के बाद दिखते हैं ये लक्षण
ग्रहण के बाद रोगी को आंखों में जो मुश्किलें पैदा होती हैं, उसके बारे में समझाना मुश्किल होता है। ग्रहण को सीधे देखने के बाद आमतौर पर लोगों को सीधा और साफ नजर नहीं आता है। इसके कारण रंग भी अलग दिखाई देने लगते हैं। बहुत से लोगों को पढ़ने और लिखने में भी परेशानी होती है। शीशे में चेहरा देखने में परेशानी और आंखों के बीच में काला धब्बा नजर आ सकता है। अगर सूर्य ग्रहण की किरणें आंखों में पड़ने के बाद आपको इस तरह के कोई लक्षण नजर आते हैं, तो तुरंत नेत्र रोग विशेषज्ञ को दिखाएं और अपना सही समय पर इलाज कराएं।
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सूर्य ग्रहण में आंखों को सुरक्षित रखने के टिप्स:
- सबसे पहले सूर्य ग्रहण को अपनी नंगी आंखों से न देंखें
- ध्यान दें कि ग्रहण देखने वाले चश्में में सर्टिफाइड एलुमिनाइज्ड माइलर फिल्टर या फिर 14 वेल्डर ग्लास लगे हों
- कार्डबोर्ड में छोटा सा छेद करें और किसी सफेद कागज या दीवार पर पर सूर्य की छाया बनाएं ओर सूर्य ग्रहण को देखें
- टेलीस्कोप पर सोलर फिल्टर का इस्तेमाल करें।
- सुर्य ग्रहण को ऑप्टिकल व्यूफाइंडर या कैमरा से बिल्कुल भी न देंखे। इससे आपकी आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।
- ग्रहण की तस्वीरें न लें।
- गलती से सूर्य की रोशनी आंखों में पड़ने पर डॉक्टर्स से तुरंत सलाह लें।