World Brain Tumor Day 2020 : मस्तिष्क इंसान का अभिन्न अंग होता है। बिना मस्तिष्क के किसी भी काम को संचालित करना बहुत ही मुश्किल है। अगर मस्तिष्क का सही से ध्यान नहीं रखा गया तो व्यक्ति कई समस्याओं का शिकार हो सकता है। मस्तिष्क पर अधिक प्रेशर पड़ने से इंसान ब्रेन ट्यूमर का शिकार हो सकता है, ब्रेन ट्यूमर बहुत ही घातक बीमारी है। हर साल 8 जून को विश्व मस्तिष्क ट्यूमर दिवस (World Brain Tumor Day 2020) मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों में इस बीमारी को लेकर जागरुकता फैलाना है। चलिए जानते हैं ब्रेन ट्यूमर के क्या लक्षण हैं और कैसे इसका उपचार किया जाता है।
ये भी पढ़ें – कोरोना वायरस के बाद अब इस महामारी ने दी दस्तक, हजारों लोग हुए संक्रमित
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण (Brain Tumor Symptoms)
ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित व्यक्ति को हमेशा सिर दर्द की समस्या होती है। सुबह उठते ही मरीज को काफी तेज सिर दर्द होता है और जैसे-जैसे दिन चढ़ता है (World Brain Tumor Day 2020) सिर दर्द की समस्या कम होने लगती है। यह दर्द सिर के सामने और पीछे की ओर ज्यादा होता है। शुरुआत में सिर दर्द को दवाओं से ठीक किया जाता है, लेकिन जैसे-जैसे दवा का प्रभाव खत्म होता है, फिर से दर्द की समस्या शुरू हो जाती है। इसके अलाव-
ये भी पढ़ें – तंबाकू खाने से होती हैं जानलेवा बीमारियां, लत से छुटकारा पाने के लिए अपनाएं ये नुस्खे
- शरीर में चैतन्यता की असामान्यता
- किसी विषय पर बार-बार सोचने के लिए बल का प्रयोग करना
- दृष्टि में बदलाव,
- चलने में परेशानी
- स्पर्श, सूंघने, सुनने इत्यादि में दिक्कत होने लगती है।
ब्रेन ट्यूमर के उपचार के विकल्प (Brain Tumor Treatment Options)
सर्जरी (Surgery)
मस्तिष्क के अगर ऐसे स्थान पर ट्यूमर होता है, जहां ऑपरेशन करना संभव होता है, तब डॉक्टर सर्जरी का विकल्प चुनते हैं। अगर ट्यूमर संवेदनशील भागों में होता है, तो सर्जरी करना जोखिम भरा होता है।
कीमोथेरेपी (Chemotherapy)
सर्जरी के अलावा कीमोथेरेपी के जरिए ब्रेन ट्यूमर का इलाज किया जाता है। कीमोथेरेपी में शक्तिशाली रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है, जो प्रोटीन या डीएनए को प्रभावित करके कोशिका विभाजन में हस्तक्षेप करता है, जिससे कैंसरग्रस्त कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं।
रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy)
ब्रेन ट्यूमर का इलाद रेडिएशन थेरेपी से भी होता है। इसमें ट्यूमर की कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए हाईएनर्जी बीम या प्रोटॉन्स का प्रयोग होता है।
इसके अलावा टारगेट थेरेपी और रेडियो सर्जरी के जरिए भी ब्रेन ट्यूमर का इलाज होता है।